आज दुनियाच तशी झालीय
म्हणे असत्य खुप गोड असते
पण जरा आत चाखुन पहा
सत्यापुढे कसलीच तडजोड नसते
___________
लक्ष्मण शिर्के
---------------------------------------------
सत्य हे सत्य असते
गीतासार हेच शिकविते
कितीही असत्य बोलले
एका सत्यापुढे वाया जाते
___________
लक्ष्मण शिर्के
---------------------------------------------
प्रेमाची कबुली मी
लगेच देवु शकत नाही
त्या विधात्याशिवाय दुसरा कोणी
नशिब लिहु शकत नाही
___________
लक्ष्मण शिर्के
---------------------------------------------
घडविले ज्याने मला तो इश्वर
त्याचा अखंड मी पाईक
जन्मभर त्याच्या चरणापाशी
बसेन होवुन मी नाईक
___________
लक्ष्मण शिर्के
---------------------------------------------
रात्री आकाशाकडे नजर जाता
तुटणारा तारा पाहिला
क्षणभर आयुष्याचा प्रवास
त्यात अडकुन राहिला
___________
लक्ष्मण शिर्के
No comments:
Post a Comment